NOT KNOWN DETAILS ABOUT BHOOT KI KAHANI

Not known Details About bhoot ki kahani

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Bhoot ki kahani

उसके बाद मैं बाइक चलने के साथ-साथ इधर उधर की बाते कर रहा था और वो बड़े प्यार से मेरे हर सवालो का जवाब दे रही थी । सच कहो तो मुझे भी उनसे बात करने में अच्छा लग रहा था और मैं इस छोटे से सफर मैं उनसे काफी घुल-मिल गया था ।

और अपने अपने मन में महामृत्युंजय का जाप करने लगे। टीचर ने बोला कि यहां पर कोई बातचीत नहीं करेगा। जब तक कि सुबह ना हो जाए । हम लोग एक हफ्ते के बाद पिकनिक से लौटकर । जब स्कूल में सबसे मिले । तो यह घटना सबको बता दी ।

सोनू और भेड़िया की कहानी: एक अनोखी दोस्ती

 अब मैं बहुत डर गया था , मेरे हाँथ-पैर फूल गए थे मुझे काटो तो खून नहीं।

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मैं उसे टालते हुए अपने घर की ओर निकल पड़ा। दूसरे दिन फिर वही लड़की मुझे उसी जगह पर दिखाई दी और वह मुझे फिर से घूरने लगी फिर भी मैंने उसकी तरफ पलट के नहीं देखा और अपने घर की ओर निकल पड़ा।

उस चिट्ठी में लिखा हुआ था.कि कल जब फैक्ट्री से निकलो तो जहां पर मैं खड़ी रहती हूं वहां पर मेरा इंतजार करना उस के दूसरे दिन मैं वहां पर पहुंच गया। तो वह लड़की वहां पर नहीं खड़ी थी। मैंने काफी इंतजार किया फिर मैं अपने घर की तरफ चल दिया.

उस औरत ने कहा की वह घरेलु हिंसा का शिकार हुई है और उसके पति ने उसकी हत्या करके इसी जंगल में दफना दिया है। और तबसे उसकी आत्मा इस घर में कैद हो गई है। यह सुनकर गौरब ने उस आत्मा की मदद करने का सोचा और उससे वादा किया की वह उसे मुक्ति दिलाकर कर रहेगा।

उसने देखा कि आदमी को ठंड लग रही है। वह आदमी कुछ बोल नहीं रहा था। उस आदमी ने कुछ नहीं कहा। अरे कुछ बताओ भी कौन हो?

दिन जंगल हो या . शमशान हो या फिर कोई कब्रिस्तान हो । वो जानबूझकर वहां पर घूमते रहते थे ।

‌आज मैं आप सभी को एक सत्य घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ। मेरे मित्र के पिता लाल सिंह बैंक में एक कर्मचारी थे । वह भूत प्रेत जैसी आत्माओं का बहुत मजाक उड़ाते थे । वह कहते थे कि शैतानी शक्तियों जैसी कोई चीज नहीं होती। और वह चाहे रात हो या .

बचपन में अगर मई bhoot ki kahani सुन लेता था तो डर के मारे दो तीन दिन तक अकेले रात को घर से बाहर नहीं निकलता था। और जब भी मई कोई सरारत करता था तो मम्मी मुझे भुत की कहानी सुनाने का डर दिखती थी ताकि मई सरारत करना बंद कर दू। इसी तरह आजकल के बच्चों को काबू करने के लिए horror stories for youths in hindi सुनाना चाहिए। इस लेख में हमने बहोत सारि horror tales in hindi या ghost Tale for children का बर्णन किया है, जिसे पढ़कर आपको मजा आएगा। और आप इसे अपने बच्चों को सुनाकर उसे काबू कर सकते है। तो निचे दिए गए Bhooto Ki Kahaniya पड़ना आरम्भ कीजिये।

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कहानी की शुरुआत रितिका और उसके परिवार से होती है वह लोग हाल ही में अपने पुराने घर को छोड़कर नए घर में शिफ्ट हुए थे रितिका के पापा की तरक्की हो गई थी कंपनी की तरफ से यह खूबसूरत सा बंगला उन्हें गिफ्ट ...

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